केदारनाथ यात्रा में हेलीकॉप्टर टिकटों की कालाबाजारी का भंडाफोड़, दो आरोपी गिरफ्तार।

फर्जी आधार कार्ड और ओवररेटिंग से तीर्थ यात्रियों से की जा रही थी ठगी, पुलिस ने गढ़वाल से पकड़ा

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर टिकटों की कालाबाजारी और ओवररेटिंग पर रुद्रप्रयाग पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी फर्जी आधार कार्ड और अधिक दरों पर टिकट बेचकर श्रद्धालुओं से ठगी कर रहे थे।

शिकायत हिमांशु राय अग्रवाल, निवासी भोपाल (मध्य प्रदेश) द्वारा गुप्तकाशी थाने में दर्ज कराई गई थी। शिकायत में बताया गया कि उनसे और उनकी पत्नी से ₹25,000 प्रति व्यक्ति के हिसाब से कुल ₹50,000 लिए गए, और बदले में फर्जी टिकट और फर्जी आधार कार्ड दिए गए।

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तकनीकी विश्लेषण से मिली सफलता, श्रीनगर से की गई गिरफ्तारी

शिकायत मिलते ही पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की और मामला दर्ज कर तकनीकी विश्लेषण, सुरागरसी और पतारसी के माध्यम से आरोपियों को श्रीनगर गढ़वाल से गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:

  1. वासुदेव कालरा, पुत्र स्व. प्रहलाद राम कालरा, निवासी कंस मर्दानी मार्ग, श्रीनगर।
  2. अमित नौटियाल, पुत्र हर्षवर्धन नौटियाल, निवासी नियर वेटनरी हॉस्पिटल, श्रीकोट गंगनाली, पौड़ी गढ़वाल।

पुलिस टीम में निरीक्षक राकेश कुमार, उपनिरीक्षक हर्षमोहन, तथा आरक्षी राकेश, रविंद्र और दीपक शामिल थे।

पुलिस अधीक्षक ने दिए थे पहले ही सख्त निर्देश

अक्षय प्रह्लाद कोंडे (पुलिस अधीक्षक) ने सभी थानों को हेली टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग को लेकर सख्त निर्देश दिए थे। यह कार्रवाई उन्हीं निर्देशों के तहत प्रभावी कदम मानी जा रही है। उन्होंने यात्रियों से अपील की है कि वे केवल सरकारी पोर्टल या अधिकृत एजेंटों से ही टिकट बुक करें। शुक्रवार को गिरफ्तार आरोपियों को एसपी रुद्रप्रयाग के समक्ष पेश किया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई और आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की गई।

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यात्रियों को दी गई सावधानी बरतने की सलाह

रुद्रप्रयाग पुलिस ने श्रद्धालुओं को सचेत करते हुए कहा है कि वे फर्जी एजेंटों और दलालों से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को लेकर प्रशासन हर स्तर पर सतर्क और तत्पर है।

केदारनाथ हेलीकॉप्टर टिकट ठगी का यह मामला एक बार फिर से इस बात की पुष्टि करता है कि तीर्थ यात्राओं के दौरान धोखाधड़ी करने वाले गिरोह सक्रिय रहते हैं। लेकिन उत्तराखंड पुलिस की मुस्तैदी और तत्परता ने इस बार बड़ी ठगी को समय रहते नकाम कर दिया है। यात्रियों को चाहिए कि वे केवल अधिकारिक माध्यमों से ही सेवाएं प्राप्त करें और किसी भी प्रकार की ठगी से बचें।

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